फरीदाबाद। राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित कैलीधाम श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर में समाजसेवा और आध्यात्मिकता का अद्भुत मेल देखने को मिला। मंदिर प्रबंधन द्वारा आयोजित सुंदरकांड पाठ, विशाल भंडारा और जरूरतमंदों को गर्म वस्त्र एवं कंबल वितरण कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस सेवा महोत्सव ने मानवता की सेवा के प्रति मंदिर मंडल की गहरी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
मंडल के अध्यक्ष पारसमल, वीएस चौधरी, अरुण बजाज, विनोद गर्ग और पवन वशिष्ठ के नेतृत्व में कम्बल वितरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इसके अलावा मुख्य रूप से ललित गर्ग, मुकेश वर्मा, दशरथ चौरसिया, दीपक वर्मा, अशोक शर्मा, अरविंद शर्मा, कन्हैया लाल शर्मा, बुधीराम शर्मा, देव चंद सैनी, योगेश तिवारी, अशोक रावत, ब्रज बिहारी त्रिवेदी, मदन गोपाल बंसल, विद्यानंद, अरूण मिश्रा, अनिल मिश्रा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई।
इस मौके पर मंदिर परिसर में सामूहिक सुंदरकांड पाठ और हनुमान चालीसा के पाठ से वातावरण में भक्ति और शांति का संचार हुआ। आयोजन के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रसाद ग्रहण किया। जरूरतमंद परिवारों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े और कंबल वितरित किए गए।
पवन वशिष्ठ ने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि समाज सेवा की भावना को भी सशक्त बनाता है। जरूरतमंदों की मदद करना हमारे लिए गर्व की बात है।
मुकेश वर्मा ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में एकता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। यह मंदिर समाज सेवा का प्रेरणास्त्रोत बना हुआ है। ललित गर्ग ने कहा कि कैलीधाम हमेशा से सेवा और भक्ति का प्रतीक रहा है। हम आगे भी इसी भावना के साथ समाज सेवा में सक्रिय रहेंगे।
मंदिर में आए श्रद्धालुओंं ने इस आयोजन की सराहना की और मंदिर मंडल के प्रयासों को समाज के लिए प्रेरणादायक बताया। कई लोगों ने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि समाज में सकारात्मकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है।
मंदिर मंडल ने आने वाले समय में चिकित्सा शिविर, वृक्षारोपण और शिक्षा कार्यक्रम जैसे जनकल्याणकारी गतिविधियों की योजना बनाने की घोषणा की।
यह आयोजन एक बार फिर यह संदेश देता है कि कैलीधाम न केवल आध्यात्मिकता का केंद्र है बल्कि समाज सेवा और जनकल्याण के माध्यम से समाज को नई दिशा देने का प्रयास कर रहा है।
मंदिर प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारा उद्देश्य न केवल धार्मिक आयोजनों तक सीमित है, बल्कि समाज के जरूरतमंद वर्गों की सेवा करना भी हमारी प्राथमिकता है। जरूरतमंदों की मदद करना हमारा परम धर्म है और हम इस सेवा कार्य को जारी रखेंगे।