फरीदाबाद। फरीदाबाद के लघु सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इस संबंध में फरीदाबाद के डिप्टी कमिश्नर की ऑफिशियल मेल पर धमकी भेजी गई थी। जिसमें धमकी के साथ धार्मिक नारा भी लिखा था। धमकी भरी मेल मिलते ही तुरंत सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। पूरा लघु सचिवालय खाली करा लिया गया। कर्मचारियों को तुरंत बाहर निकालकर पूरा परिसर सील कर दिया गया।
जिसके बाद डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। जिसके बाद लघु सचिवालय का कोना-कोना खंगाला गया। फिलहाल अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। साइबर सेल ने भी जांच शुरू कर दी है कि यह धमकी भरी मेल कहां से भेजी गई।
इसके अलावा लघु सचिवालय की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई थी। हर आने-जाने वाले को मेटल डिटेक्टर से गुजरकर जाना पड़ रहा है। इसके अलावा पुलिस गेट पर तलाशी भी ले रही है। यहां पुलिस की अतिरिक्त टीमें भी तैनात कर दी गई हैं।
इस मामले में डीसी विक्रम सिंह यादव ने कहा कि आज 3 अप्रैल सुबह डीसी ऑफिस में एक ईमेल आया, जिसमें ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद हमने अपना पूरा ऑफिस छान मारा। हमें ऐसी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। हम उस ईमेल की भी जांच करवा रहे हैं। पता कर रहे हैं कि ईमेल कहां से आया, उस पर मामला दर्ज भी करवाया जा रहा है। साइबर विभाग को मामला बताया गया है। वह इसकी जांच में लगे हुए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि हमारा ऑफिस ही नहीं, बल्कि हमारा पूरा शहर वैसे भी सेफ है। यहां की सुरक्षा चाक-चौबंद है। सिक्योरिटी फोर्सेज अपना काम ईमानदारी से कर रही हैं।
जिस फरीदाबाद लघु सचिवालय को उड़ाने की धमकी मिली, वहां अलग-अलग विभागों के करीब एक हजार कर्मचारी तैनात हैं। डिप्टी कमिश्नर का ऑफिस भी इसी लघु सचिवालय में है। धमकी का पता चलने पर जिस वक्त लघु सचिवालय को खाली कराया गया, उस वक्त वहां करीब 700 कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंच चुके थे। हालांकि जब जांच में कुछ संदिग्ध नहीं मिला तो सभी कर्मचारियों को चेकिंग के बाद अंदर उनके ऑफिस में भेज दिया गया।
प्रशासन ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि बम लघु सचिवालय के किस चीज और किस ऑफिस में रखने की धमकी आई। हालांकि डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते ने सबसे पहले आकर डीसी और एसडीएम ऑफिस को पूरी तरह से खंगाला। बम स्क्वायड की टीम ने सबसे पहले फस्र्ट फ्लोर पर डीसी ऑफिस में जांच की। फिर उस फ्लोर पर बने सभी कमरों को चेक किय गया। इसके बाद टीम एसडीएम दफ्तर की बिल्डिंग में गई। वहां भी तीनों फ्लोर की जांच की गई।