फरीदाबाद। फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के सभी ब्राह्मण समुदाय के मौजिज लोगों की एक बैठक श्री ब्राह्मण सभा सेक्टर-7 के कार्यालय नालंदा विद्यालय में सम्पन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रो. वी.के. शर्मा ने की। बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए और कई मुद्दों पर निर्णय भी लिया गया। बैठक में हाल ही में रिलीज फिल्म आदिपुरुष में रामायण के चरित्र वर्णन का विरोध करते हुए बताया कि जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है और इस फिल्म ने देश की संस्कृति पर गहरा आघात किया है। बैठक में इस फिल्म के प्रसारण पर तुरंत रोक लगाने और फिल्म निर्माता एवं कलाकारों की इस औछी हरकत की कड़े शब्दों में निंदा की गई और उन पर न्यायिक प्रक्रिया प्रारंभ करने का सरकार से आह्वान किया। बैठक में ब्राह्मण समाज को एकजुट करने के अलावा आपसी समन्वयक बनाने हेतु प्राथमिक इकाई विधानसभा व संसदीय क्षेत्र के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया, जिसको उपस्थित सभी ने मान्यता प्रदान की। इस संबंध संविधान बनाने हेतु प्रो.वी.के. शर्मा के तत्वाधान में एक संविधान समिति बनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 11 प्रमोटर सदस्य लिए जाएंगे, जो सभी ब्राह्मण सम्प्रदायों से होंगे और उसी विधानसभा से संबंधित होंगे, जहां वह रहते है और उनका आधार कार्ड भी उसी क्षेत्र का होगा, जो सदस्य बनाए जाएंगे उसमें 30 प्रतिशत सदस्य मध्यम आयु वर्ग के होंगे। 10 प्रमोटर सदस्य अपने साथ-साथ और दस-दस सदस्य जोड़ेंगे, जिसकी विधानसभा में कुल संख्या 110 होगी, यही सभी साथी विधानसभा की कमेटी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि फरीदाबाद विधानसभा में इस प्रारूप को अच्छी तरीके से जब लागू कर देंगे, उसके बाद पूरे संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभाओं में इसे लागू किया जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए प्रो.वीके शर्मा ने कहा कि विधानसभा वाइज कमेटी बनाने का प्रारूप इसलिए रखा गया है कि ताकि विधानसभा प्रतिनिधि और कमेटी सदस्यों के बीच अधिक समन्वयक बन पाएगा और वह प्रभावी रहे और ब्राह्मण समाज की बात को प्रमुखता रख पाएंगे और अपने समाज को राजनैतिक तथा अन्य क्षेत्र में मजबूत कर सकेंगे। बैठक में सभा के महासचिव सुनील कौशिक, जीआर शर्मा, पीके शारदा, सुरेश गौतम, श्याम सुंदर शर्मा, राजेश शर्मा, जगदीश पाराशर, विनोद कौशिक, एसके दीक्षित, आरसी वशिष्ठ, आर.आर. मिश्रा, गोविंद कौशिक, पंकज मित्रा सहित समाज के अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।