फरीदाबाद। जाट समाज फरीदाबाद द्वारा सेक्टर-16 स्थित किसान भवन में रहबरे आजम सर छोटू राम की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सर छोटू राम के चित्र पर जाट समाज के प्रधान व पूर्व आईएएस अधिकारी जयपाल सिंह सांगवान व अन्य पदाधिकारियों ने फूल माला अर्पित करते हुए नमन किया। श्री सांगवान ने अपने संबोधन में कहा कि सर छोटूराम ने किसान और कमेरा वर्ग के लिए अनेक कानून बनवाए और उनकी बेहतर जिंदगी के लिए कार्य किए। सर छोटू राम का जन्म 24 नवंबर 1881 को गढी सांपला रोहतक में हुआ 1 परिवार में यह सबसे छोटे थे इनके पिता का नाम सुखीराम और माता सरला देवी थी उन्होंने साहूकारों के शोषण और नौकरशाही के दमन से ग्रामीण जनता को मुक्ति दिलाना जीवन का उद्देश्य निश्चित कर लिया। वह एक जुझारू एवं निस्वार्थ सेवक थे तत्कालीन सरकार ने प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात उनको रायबहादुर की उपाधि से नवाजा तथा 1937 में उनको सर की पदवी से नवाजा गया और उनके अनुयायियों ने उनको दीनबंधु और रहबरे आजम का खिताब दिया। उन्होंने स्कूल में पढ़ते हुए 1897 में हितोपदेश के श्लोक को लिखा। इसमें कहा गया कि जन्म उसी का सार्थक है जिसके जन्म लेने से उसका वंश उन्नति को प्राप्त होता है। सर छोटूराम ने सरकार में अनेक महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालते हुए हुए जनता के हित के लिए कानून बनवाए और उनको लागू करवाया भाखड़ा बांध भी उनके द्वारा किए गए कार्यों में से एक है। 9 जनवरी 1945 को उन्होंने अंतिम सांसे ली। अपने जीवन काल में उन्होंने किसानों मजदूरों एवं शोषित वर्ग के आर्थिक सामाजिक एवं राजनैतिक उत्थान के लिए भरपूर योगदान दिया। हम उस महामानव युग प्रवर्तक को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन करते हैं। कार्यक्रम का संचालन महासचिव एचएस मलिक ने किया।
इस अवसर पर टीएस दलाल, एचएस ढिल्लो, शिवराम तेवतिया, बिजेंदर फौजदार, रतन सिंह सिवाच, जितेंद्र चौधरी, राहुल सेठी, रेखा चौधरी, रमेश चौधरी, वीपी दलाल सहित अनेक गणमान्य लोगों ने युग प्रवर्तक सर छोटू राम को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया और उनके जीवन से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण बातों से सबको अवगत कराया। इस अवसर पर अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे मौजूद रहे।