फरीदाबाद। (खुशी कुमारी) संजय कालोनी स्थित मॉडर्न बी.पी. पब्लिक स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है। जिसके लिए मॉडर्न बी.पी. पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को जिला उपायुक्त ने दफ्तर में बुलाकर शुभकामनाएं दी है। इस मौके पर उन्होंने स्कूल के चेयरमेन ओ.पी. परमार और प्रिंसीपल जितेन्द्र परमार को भी शुभकामनाएं भेजी हैं, कि उनके स्कूल के नन्हें वैज्ञानिकों के कारण जिले का नाम स्कूल के जरिये गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो गया है। मॉडर्न बी.पी. पब्लिक स्कूल के प्रिंसीपल जितेन्द्र परमार ने बताया कि स्कूल के विद्यार्थियों ने सबसे छोटा कोड बनाया है, जिससे लाइट अपने आप ही ऑन-ऑफ हो जाएगी। उन्होंने बताया कि लाइट ऑन-ऑफ के लिए पहले दो से तीन पेज का सेंसर कोड होता था। लेकिन विद्यार्थियों ने सेंसर के कोड को केवल चार अंकों का कर दिया है। बल्ब में सेंसर कोड लगा देने से बंद कमरे में लाइट स्वयं ही बंद हो जाएगी, जब आप कमरे में पहुंचेंगे, तो वह स्वयं ही बिना स्वीच के चालू हो जाएगी। विश्व में सबसे छोटा कोड बनाने के लिए मॉडर्न बी.पी. स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है। मॉडर्न बी.पी. पब्लिक स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज होने पर डीसी विक्रम सिंह ने स्कूल के विद्यार्थी तनिशा, प्राची, कनिका, निहारिका, विशाखा, यशिका, यश, सूर्यांश को अपने कार्यालय में बुलाया था। डीसी ने बच्चों की कोशिशों को देखकर उन्हें प्रोत्साहित किया और कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में ये बच्चें खूब नाम रोशन करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में माडर्न बीपी के विद्यार्थियों ने सबसे छोटा कोड बनाकर आर्टीफिशियल इंटैलिजैंस की दुनिया में बहुत नाम कमाया है। इन कोड के इस्तेमाल से हमें बटन को ऑन-ऑफ करने की भी जरूरात नहीं है। पहले ये कोड बहुत बड़े-बड़े हुआ करते थे पर अब मॉडर्न बी.पी. पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने यह काम बहुत आसान कर दिया है।