फरीदाबाद। फरीदाबाद में बिल्डरों की धोखाधड़ी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, जहां नहरपार हजारों लोग निजी बिल्डरों की मनमानी और तानाशाही रवैये के चलते अपने जीवनभर की पूंजी खो बैठे है वहीं शहर में कुछ ऐसे बिल्डर भी सक्रिय है, जो प्लाटों के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी कर उनकी खून-पसीने की कमाई को लूटने में लगे है। ऐसा ही एक मामला थाना छांयसा में दर्ज किया गया है, जिसमें सेक्टर-9 निवासी एक बिल्डर व उसके सांझेदारों ने मिलकर 9 प्लाट होल्डरों को रास्ते की जमीन ही धोखे से बेच दी और उनकी मेहनत की कमाई हड़प ली। लम्बी रस्साकशी के बाद अब इन धोखेबाज बिल्डरों के खिलाफ पुलिस ने धारा 420, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल इस मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेक्टर-9 निवासी अरुण सिंगला ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वर्ष 2016 में सेक्टर-10 डीएलएफ निवासी राजेश्वर गोयल और सेक्टर-9 निवासी सतपाल गोयल ने सन 2016 में दयालपुर गांव के निकट एक जमीन में प्लॉटिंग की थी, जिस जमीन में प्लॉटिंग की गई, उसका नक्शा भी बना हुआ था और बिल्डरों ने उन्हें यहां प्लाट देने का लालच दिया और वह उनकी बहकावे में आ गए। इस दौरान उसने व उसके अलावा उनके करीब 14 परिचितों ने यहां प्लाट ले लिए। प्लॉट लेने के बाद बिल्डरों को उनका पूरा भुगतान देने के बाद सभी ने रजिस्ट्री भी करा ली। आरोप है कि बिल्डरों ने वहां पर रास्तों के लिए छोड़ी गई जमीन पर भी प्लॉट काटकर बेच दिए। जिस वजह से उनका वहां पर आना जाना मुश्किल हो गया है। शिकायत कर्ता का कहना है कि उन्होंने कई बार बिल्डरों से रास्ते की मांग की। मगर वह कोई सुनवाई नहीं करते हैं, आखिरकार उन्हें पुलिस में शिकायत देनी पड़े। पुलिस ने शिकायत के आधार पर राजेश्वर गोयल पुत्र बाबूराम निवासी सेक्टर-10 डीएलएफ, सतपाल गोयल पुत्र स्व. ज्ञानचंद निवासी सेक्टर-9 तथा चतुर्भुज पुत्र महावीर प्रसाद निवासी सेक्टर-7ई के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इन लोगों पर पहले भी कई मामले में दर्ज हो चुके है, जो अदालत में विचाराधीन है। शिकायतकर्ता ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि नामजद आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो ताकि उसे और उनके सहयोगियों को न्याय मिल सके।