फरीदाबाद। पंजाब अगवाल समाज द्वारा सेक्टर-10 तेरापंथ भवन में आयोजित श्रीमद् भागवत् कथा में कथा व्यास परम श्रद्वेय जगदगुरू रामानुजाचार्य परम पूज्य स्वामी डॉ. श्री राघवाचार्य जी महाराज अयोध्या वाले ने भक्तों को कपिल मुनि, मत्सय अवतार और अजामिल का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि मत्सय अवतार भगवान विष्णु के प्रथम अवतार है, मछली के रूप में अवतार लेकर भगवान विष्णु ने एक ऋषि को सब प्रकार के जीव जन्तु एतत्रित करने के लिए कहा और पृथ्वी जब जल में डूब रही थी तब मत्सय अवतार में भगवान ने उस ऋषि की नाव की रक्षा की। इसके उपरांत बह्रा जी ने पुन: जीवन का निर्माण किया। उन्होनें बताया कि भगवान विष्णु के पांचवे अवतार की अराधना हम कपिल मुनि के रूप में करते है। यह अवतार विष्णु जी के 24 अवतारों में से प्रमुख है। बह्रा जी के मानस पुत्र कपिल मुनि सनातन धर्म के सरंक्षण के लिए धरती पर अवतरित हुए। उन्होनें बताया कि अजामिल की कथा बताती है मुक्ति पाने का रहस्य कि पाप करने के बावजूद मोक्ष मिल सकता है। कथा में मुख्य रूप से आए एनआईटी विधायक सतीश फागना ने परम श्रद्वेय जगदगुरू रामानुजाचार्य परम पूज्य स्वामी डॉ. श्री राघवाचार्य जी महाराज को फूलों की माला पहनाकर उनसे आर्शीवाद लेते हुए कहा कि संत महापुरूषों के विचार सुनने और उनकी शरण में जाने से मनुष्य के अंदर की बुराईयों का अंत होता है।
इस अवसर पर पंजाब अग्रवाल समाज के सरंक्षक शिव सरन गोयल, रुलदू राम गर्ग, अध्यक्ष रान्ति देव गुप्ता, उपाध्यक्ष अवतार मित्तल, महासचिव बनवारी लाल गर्ग, सचिव अनिल गर्ग, वित्त सचिव राजेन्द्र गर्ग, कोषाध्यक्ष राकेश सिंगला व सतीश गर्ग, अश्वनी गर्ग, पवन बंसल, श्याम लाल बंसल, भूपेश बंसल, कृष्ण चंद बंसल, विजय गुप्ता, राकेश बंसल, विनेश अग्रवाल, पवन बंसल, प्रेम पसरीचा, अनूप गुप्ता, काली दास गर्ग, मुकेश अग्रवाल, रमेश चुटानी आदि भक्त उपस्थित थे।