फरीदाबाद। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच कैट प्रभारी सरजीत सिंह की टीम ने एक 12 वर्षीय नाबालिग लडक़े को उसके परिजनों तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच कैट टीम को कल एक 12 वर्षीय लडक़ा भूपानी थाना एरिया में लावारिस अवस्था में रोता हुआ दिखाई दिया। बालक को देखकर लग रहा था कि वह रास्ता भटक गया है इसलिए पुलिस टीम ने बच्चे से बातचीत करना शुरू की लेकिन लडक़ा कुछ भी बताने में असमर्थ था। पुलिस टीम सुरक्षा के मद्देनजर बच्चे को अपने साथ ले गई और उसे खाना पीना खिलाकर उसके परिजनों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की। बच्चे ने बताया कि वह कुछ दिन पहले ही यूपी से फरीदाबाद आए थे। वह अपने घर से बाहर आया था परंतु रास्ता भटकने की वजह से वह वापस अपने घर नहीं जा सका। इसके पश्चात पुलिस टीम ने बच्चे से उसके घर के पत्ते के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की परंतु उसे अपने घर का रास्ता याद नहीं था। पुलिस ने बच्चे के परिजनों की तलाश के लिए फरीदाबाद पुलिस के सभी व्हाट्सएप ग्रुप्स और थानों में बच्चे की फोटो भेजकर उसके परिजनों की तलाश करने के लिए मदद मांगी। इसके साथ ही पुलिस बच्चे को लेकर बाल कल्याण समिति के पास गई और उनके आदेशानुसार बच्चे को चाइल्ड केयर एनजीओ में छोड़ा गया। पुलिस बच्चे के परिजनों की तलाश कर रही थी कि उन्हें सूचना मिली कि बच्चे की गुमशुदगी का मुकदमा पल्ला थाने में 8 नवंबर को दर्ज करवाया गया था। पल्ला थाना टीम की माध्यम से बच्चे के परिजनों से संपर्क किया गया जो अपने बच्चे की तलाश में काफी समय से भटक रहे थे। सूचना मिलते ही अगली सुबह बच्चे के परिजन उसे लेने के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष पहुंचे।
बच्चे के परिजनों ने बताया कि वह कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से फरीदाबाद आए थे। बच्चे की मां और पिता दोनों मजदूरी का काम करते हैं। 7 नवंबर की दोपहर उनका लडक़ा खेलते खेलते बाहर गया था और वापस नहीं आया। लडक़े के माता पिता अपने बच्चे की तलाश में भटक रहे थे कि पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया। बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बच्चे को उसके परिजनों के हवाले किया गया। लडक़े के परिजनों ने पुलिस टीम द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उन का तहे दिल से धन्यवाद किया।