तकनीकी शिक्षा: शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि आज भी भारतीय बच्चों के मन में चाहे-अनचाहे ये बातें डाली जाती है कि यदि उन्होंने ग्रेजुएशन नहीं किया तो कुछ नहीं किया।
दिल्ली: दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी लगातार राजधानी में शिक्षा व्यवस्था को उन्नत बनाने और छात्रों को बेहतरीन शैक्षणिक माहौल देने के लिए प्रयासरत हैं. एक तरफ जहां दिल्ली सरकार ये सुनिश्चित करने में लगी है कि हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार मिले तो दूसरी तरफ शिक्षा के साथ बच्चों को हुनरमंद बनाने की भी भरसक कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी में शिक्षा मंत्री आतिशी ने पूसा स्थित आईटीआई का दौरा कर वहां विद्यार्थियों को दी जा रही अलग-अलग प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के आटीआई संस्थानों से ट्रेनिंग लेकर निकलने वाले हुनरमंद छात्र भविष्य की नई इबारत लिखेंगे. उन्होंने आटोमेटिक वेल्डिंग लैब, इलेक्ट्रॉनिक्स लैब इंजीनियरिंग डिजाइन लैब, ऑटोमोबाइल लैब का निरीक्षण किया और वहां मौजूद छात्रों के साथ इस विषय पर चर्चा की। इस मौके पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि हमारा देश विकसित तभी बनेगा, जब देश का हर युवा स्किल्ड हो, इसलिए डिग्री हासिल करने के साथ-साथ युवाओं को हुनरमंद बनना होगा।
लीक से हटकर काम करने पर जोर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज पूरे विश्व में प्रोफेशनल कोर्सेज पर फोकस किया जा रहा है, लेकिन आज भी भारत के साथ-साथ कई विकासशील देशों में बच्चों के मन में चाहे-अनचाहे ये बात डाली जाती है कि यदि उन्होंने ग्रेजुएशन नहीं किया तो कुछ नहीं किया। उसके विपरीत विकसित देशों में टेक्निकल एजुकेशन पर फोकस किया जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए केजरीवाल सरकार की प्राथमिकता युवाओं को हुनरमंद बनाने और उन्हें नौकरी के लिए भटकने से रोकना है। यही वजह है कि हमारी सरकार टेक्निकल एजुकेशन को बढ़ावा दे रही है। दिल्ली में शिक्षा को लेकर परंपरागत मान्यताओं से हटकर काम किया जा रहा है। टेक्निकल एजुकेशन पर फोकस किया जा रहा है ताकि किसी को नौकरी की चिंता न सताए।
स्किल डेवलप सरकार की प्राथमिकता
आतिशी ने कहा कि सरकार के आईटीआई में पिछले कुछ सालों में इंडस्ट्री व बाजार कि जरूरतों को देखते हुए बहुत से आधुनिक कोर्स कि शुरुआत की गई है। इन कोर्सेज ने परंपरागत कोर्सेज से उलट हमारे बच्चों में 21वीं सदी के जरूरी स्किल डवलप हो रहे हैं। हमारे छात्रइंडस्ट्री की मांग को पूरा कर रहे हैं। आज हमारे आईटीआई संस्थान बाजार की जरूरतों देखते हुए विभिन्न इडस्ट्री के साथ नॉलेज पार्टनरशिप कर रहे हैं। इसका हमारे छात्रों को भरपूर फायदा हो रहा है। बता दें कि आईटीआई संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को शानदार स्किल एक्सपोजर दिलाने के लिए केजरीवाल सरकार देश-विदेश की विख्यात कंपनियों के साथ नॉलेज पार्टनरशिप कर रही है।
छात्रों में बढ़ा आत्मविश्वास
इस दिशा में पूसा स्थित सरकार के आईटीआई संस्थान, डाइकिन, एलजी, मारुति, हैवेल्स सहित अन्य कई कंपनियों के पार्टनरशिप के साथ बच्चों की अपस्किलिंग कर रहा है। शिक्षा मंत्री ने बातचीत के दौरान छात्रों ने बताया कि आईटीआई का उनका कोर्स से उन्हें 12वीं या ग्रेजुएशन की पढाई से ज्यादा आत्मविश्वास दे रहा है। छात्रों ने बताया कि जब वे 11वीं और 12वीं में थे तो उनमे आत्मविश्वास नहीं था। यह समझ नहीं थी कि वे आगे क्या करेंगे, लेकिन जबसे आईटीआई में आये तब से भविष्य की तस्वीर साफ हो गई है और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है।
आउटरीच प्रोग्राम डिजाईन करने के निर्देश
शिक्षा मंत्री ने टेक्निकल कोर्सेज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले सत्र के लिए विभाग अभी से अपने आउटरीच प्लान डिजाइन करें और दिल्ली सरकार के स्कूलों में जाकर हमारी छात्राओं को आईटीआई के आधुनिक कोर्सेज के उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा और तकनीकी व्यवसाय दोनों क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में कम है। इस कमी को दूर करने के लिए इन संस्थानों में लड़कियों का एनरोलमेंट बढ़ाने की जरूरत है। यहां से मिले स्किल्स इन्हें आत्मनिर्भर के साथ-साथ आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में मदद करेंगे. बता दें कि आमतौर पर ये धारणा होती है कि स्किल कोर्स महंगे होते हैं, इसलिए बहुत सी लड़कियां इनमें दाखिला नहीं लेती हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार अपने आईटीआई संस्थानों में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें फ्री स्किल एजुकेशन देती है।