फरीदाबाद। महाराष्ट्र मित्र मंडल फरीदाबाद द्वारा गांधी कॉलोनी स्थित सामुदायिक भवन में कोजागिरी का कार्यक्रम आयोजित किया। मंडल के यशवंत पांचाल ने शरद पूर्णिमा के इस कार्यक्रम का महत्व बताते हुए कहा की शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं। मान्यता है कि इसी दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था।
हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा को कहते हैं, ज्योतिष के अनुसार पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है।
हिन्दू धर्म में इस दिन कोजागर व्रत माना गया है। इसी को कौमुदी व्रत भी कहते हैं। इसी दिन श्री कृष्ण ने महारास रचाया था। इस रात्रि को चन्द्रमा की किरणों से अमृत झड़ता है। तभी इस दिन उत्तर भारत में खीर बनाकर रात भर चांदनी में रखने का विधान है।
शरद पूर्णिमा के अवसर पर मंडल द्वारा दूध एवं मुरमुरे की भेल को सभी उपस्थित कार्यकर्ता एवं भक्तजनों में वितरित किया गया। कार्यक्रम में मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र पांचाल, यशवंत पांचाल, लक्ष्मण पांचाल, चिंतामणि, गणेश निखारे, विलास पांचाल, रविंद्र, विनय, अक्षय, भावना, वंदना, ललित, तेजस, शेखर, किरण, करण शर्मा एवं मंडल के सभी सदस्या उपस्थित रहे।