फरीदाबाद। महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने आज फरीदाबाद स्थित अपने कार्यालय पर पत्रकारों के साथ चाय पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया और बतौर महिला आयोग की चेयर पर्सन के नाते वर्ष 2022-23 की एक साल के कार्यकाल की रिपोर्ट बुक प्रस्तुत की और बताया कि 1 साल के दौरान उनके पास आय 2246 मामलों में से 1700 से ज्यादा मामले निपटाए गए जबकि बाकी के बचे केस कोर्ट के अंदर पेंडिंग चल रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि इस 1 साल के दौरान उन्होंने 17 जिलों में वन स्टॉप सेंटर और ह्यूमन ट्रैफिकिंग का काम किया और पूरे प्रदेश में जागरूकता को लेकर 75 कार्यक्रम आयोजित किए ।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि वह भगवान की शुक्रगुजार है कि उन्हें सरकार द्वारा उनका मनपसंद विभाग महिला आयोग दिया गया जिसके लिए मैं मुख्यमंत्री समेत तमाम दिग्गज नेताओं और संगठन का धन्यवाद करती हैं जिनकी वजह से उन्हें महिला आयोग की चेयरपर्सन के नाते सेवा करने का और काम करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि पिछले 1 वर्ष उन्होंने सफलतापूर्वक पूरा किया है जिसमें सरकार संगठन और पुलिस महकमे का पूरा सहयोग मिला। उन्होंने बताया कि पिछले 1 वर्ष में उन्होंने आयोग की टीम के साथ जागरूकता को लेकर 75 कार्यक्रम आयोजित किए जो पूरे देश में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने 10 यूनिवर्सिटी में विजिट किया और 17 जिलों में वन स्टॉप सेंटर और हुमन ट्रैफकिंग को लेकर जागरूकता अभियान चलाया और इसके अलावा 17 जिलों में जाकर विभिन्न केसों की सुनवाई की ।
अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन ने दावा किया कि प्रदेश में अपराध का ग्राफ नीचे गिरा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में हमने 75 कार्यक्रम किए और वर्ष 2023 में 100 कार्यक्रम करने का हमने टारगेट रखा है जिसके तहत स्कूल कॉलेजों में जाकर जागरूकता बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लगभग के दौरान साइबर क्राइम के मामले अधिक सामने आए हैं जिनका निपटारा तो हुआ लेकिन जड़ कहां से निकली उसे पकडऩा जरूरी था इसलिए हमने स्कूलो में जाकर छठी से 12वीं तक की छात्राओं को जागरूक किया और उन्हें साइबर अपराधों के प्रति सचेत किया। साथ ही मेवात जैसे इलाकों में बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने के लिए गांव के सरपंचो को अपने साथ जोड़ा है और अब गावों में भी शिक्षित और युवा सरपंच है जो समय समय पर बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चला रहे है।
उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम हो या महिला विरुद्ध अपराध पर अंकुश लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वह लगातार इस प्रकार के कार्यक्रम करती रही हैं और आगे भी जारी रहेंगे ताकि महिलाओं के साथ-साथ लोगों को भी अपराधों के विरुद्ध जानकारी मिले और ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित महिला आयोगों के साथ दो दिवसीय फाउंडेशन.सह.इंटरैक्टिव बैठक में स्टॉल लगाने वाली महिलाओ को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।