फरीदाबाद। जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा दिव्यागजनों को मुख्य धारा में जोडऩे का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में आगामी 26 फरवरी तक जिला में विभिन्न स्थानों पर दिव्यांगजनों के लिए विशेष कैम्पों का आयोजन किया जाएगा। जिला के विभिन्न स्थलों पर लगाए जा रहे इन कैम्पों में जाकर कोई भी दिव्यांग व्यक्ति अपने दिव्यांग होने के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि जिला के विभिन्न क्षेत्रों में आशा वर्कर्स द्वारा भी सम्बंधित क्षेत्र में रह रहे दिव्यांगजनों से संपर्क कर उन्हें इन कैम्पों के बारे अवगत कराया जा रहा है। जिससे ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति इन कैम्पों का लाभ प्राप्त कर सकें।
उपायुक्त ने यह जानकारी आज मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित बैठक कक्ष में जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समाज की गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा उपायुक्त के समक्ष एनीमिया मुक्त हरियाणा, नवजात शिशु के लिए घातक साबित होने वाली बीमारियों जैसे मीसल्स व रूबेला सहित 7 एजेंडा रखे गए। उपायुक्त ने जिला में 2 मातृ मृत्यु से जुड़े केसों को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इन केसों के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। एनीमिया मुक्त हरियाणा पर बोलते हुए उपायुक्त ने समय सीमा के अंतर्गत इस योजना के सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने बैठक में उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनय गुप्ता को आदेश दिए कि वे आगामी 26 फरवरी तक जिला में विभिन्न स्थानों पर आयोजित होने वाले दिव्यांगजन कैम्पों के माध्यम से सभी दिव्यांगजनों को लाभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने आगे बताया कि 26 फरवरी तक सिविल हॉस्पिटल बीके, सीएचसी खेड़ी कला, पीएचसी मोहना, पीएचसी धौज, एफआरयू-1 सेक्टर-30, एफआरयू-2 सेक्टर-3 व यूएचसी एसजीएम नगर में दिव्यांगजनों के लिए विशेष कैम्पों का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में जिला परिषद के चेयरमैन विजय सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, जिला शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी, सीएमओ विनय गुप्ता, डिप्टी सीएमओ ए.के. यादव सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।