फरीदाबाद। डीसी विक्रम सिंह के आदेशानुसार और एडीसी आनन्द शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में इन कैम्पों का आयोजन 16 अगस्त से 15 सितम्बर तक किया गया।
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि जिले में विभिन्न कैम्पों के दौरान 488 बच्चों का आंगनबाडी केन्द्रों में दाखिला कराया गया। वहीं 734 बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन भी किए गए। चिन्हित गरीब 77 बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया गया और 1777 बच्चों की निशुल्क जांच माप शिविर कैम्पों के माध्यम से आरबीएसके से सम्बंधित बीमारियों की जांच की गयी। वहीं जांच के उपरान्त उन्हें निशुल्क दवाएं भी उपलब्ध कराई गयी। करीब 1000 बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश कर उनके बेहतर भविष्य के लिए जरूरी कदम उठाए गए। इनमें से 785 बच्चों के निशुल्क आधार कार्ड बनाए गए तथा बने हुए आधार में त्रुटियों को ठीक करवाया गया। इसके साथ ही करीब 422 बच्चों के परिवार पहचान पत्र बनाए गए व बने हुए फैमिली आईडी में आ रही परेशानियों को दूर कराया गया।
एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि इन कैम्पों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों के जरूरी कागजात कैसे जन्म प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, दिव्यांगजन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड मौके पर ही बनाकर उन्हें उपलब्ध कराना रहा है। कैम्पों में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया गया जहां इन बच्चों का नि: शुल्क जांच व उपचार किया गया।
उन्होंने आगे बताया कि इन कैम्पों में गरीब परिवारों और दिव्यांगजन बच्चों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई।
एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि जिला फरीदाबाद में ऐसे बच्चों को चिन्हित कर लिया गया था। ऐसे बच्चों के क्षेत्र में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। यह बच्चे शिक्षा से वंचित न हो इसलिए इन बच्चो को चिन्हित कर नजडीकी सरकारी स्कूलों में इनका दाखिला भी कराया गया तथा प्रशासन द्वारा बाल श्रम की भी जांच की गयी। बाल श्रम की शिकायत प्राप्त होने पर दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही भी की गयी।
कैम्प में सम्बन्धित सभी विभागों में डीपीओ आईसीडीएस, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम फरीदाबाद, श्रम विभाग, आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र विभाग ने अपने दायित्वों का पालन किया गया।