फरीदाबाद। जहां आमतौर पर जन्मदिवस उत्सव और बधाईयों से भरे होते हैं, वहीं हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने आज अपने जन्मदिवस को राष्ट्र के प्रति एक संवेदनशील संकल्प दिवस में परिवर्तित कर दिया।
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। निर्दोष नागरिकों पर हुए इस कायराना हमले में जिन मासूमों ने अपनी जान गंवाई, उनकी आत्मा की शांति और देश की एकता के लिए शुक्रवार को सेक्टर-15 स्थित सामुदायिक केंद्र में एक विशेष हवन का आयोजन किया गया।
यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं था, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था कि आतंक के विरुद्ध देश का हर नागरिक, हर जनप्रतिनिधि और हर संस्था पूरी मजबूती से खड़ी है।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने जन्मदिवस के अवसर पर किसी भी प्रकार के निजी उत्सव और सार्वजनिक अभिनंदन को रद्द कर यह स्पष्ट कर दिया कि राजनीति का असली स्वरूप सेवा, संवेदना और राष्ट्र धर्म से जुड़ा होता है।
उन्होंने कहा कि यह समय जश्न का नहीं, बल्कि संकल्प और शोक का है। देश के भीतर हो रही ऐसी बर्बर घटनाओं पर हमें एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लडऩी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आज उसी रास्ते पर अग्रसर है। तीन दिनों में सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के साथ-साथ कई बड़े फैसले लिए गए हैं और आगे भी करवाई जारी रहेगी, आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वाली शक्तियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने यह भी जोड़ा किए जिस प्रकार से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश में प्रशासनिक पारदर्शिता और संवेदनशील शासन की मिसाल कायम कर रहे हैं, उसी भावना से वे भी प्रत्येक मोर्चे पर जनता के साथ खड़े हैं।
अंत में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित जनसमूह ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को नमन किया और आतंक के विरुद्ध एकजुट रहकर राष्ट्र को मज़बूत करने का संकल्प लिया।
देश जब आतंक के जख्मों से कराह रहा हो, तब ऐसे सार्वजनिक नेतृत्व की भूमिका और भी अधिक अहम हो जाती है।