फरीदाबाद। फरीदाबाद में सडक़ों पर घूमने वाले गोवंश को अब भूपानी गौशाला के अलावा बल्लभगढ़ की ऊंचा गांव स्थित नंदीग्राम गौशाला में भी सडक़ों से पकडक़र शिफ्ट किया जाएगा।
बता दे की बल्लभगढ़ की ऊंचा गांव गौशाला में भी अब गोवंश को रखने के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था की गई है।
ऊंचा गांव गौशाला बल्लभगढ़ से 300 गोवंश को संघेल गौशाला नूंह में शिफ्ट किया गया है, जिसके चलते अब सडक़ों पर घूमने वाले गोवंश को ऊंचा गांव गौशाला में भी ले जाया जाएगा ।
जिससे सडक़ों पर गोवंश की वजह से आने वाली परेशानी से लोगों को छुटकारा मिलेगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दिशा-निर्देश अनुसार और शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल के आदेश पर एवं व्यक्तिगत सहयोग से 300 गोवंश को नूंह गौशाला में भेजा गया है।
निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर नीतीश परवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम कमिश्नर धीरेंद्र खडग़टा के निर्देश अनुसार सरकार के आदेशों पर अमल करते हुए पुलिस सुरक्षा और पशु चिकित्सकों की देखरेख में करीब 300 गाय गौशाला भेजी गई है। उन्होंने बताया कि शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल द्वारा गायों को भेजने के लिए यातायात सुविधा भी व्यक्तिगत सहायता से उपलब्ध करवाई गई। गौशाला ऊंचा गांव बल्लभगढ़ में गायों की संख्या लगभग 420 थी जिसकी वजह से गौशाला में मृत्यु दर बढ़ रही थी उसी को देखते हुए गोवंश को संघेल गौशाला नूंह भेजा गया है। यह कार्य 5 जून को आरंभ हुआ और 24 जून को पूर्ण किया गया। इस कार्य में पशु पालन विभाग की डॉ तरुना खेमानी ने बतौर नोडल अधिकारी विशेष भूमिका निभाई और उनके टेक्निकल सुपरविजन में ये कार्य किया गया।