आज मना रहा है विश्व अंतर्राष्ट्रीय बिटिया दिवस,
मैं तो कहता हूं कि हर दिन ही बिटिया का होता है,
अक्सर कहते हैं कि भाग्य से ही बेटा होता है,
पर ये भी सत्य है कि सौ भाग्य हों तभी बेटी होती है,
हर एक के मुकदर में कहां होती हैं ये बेटियां,
जो घर प्रभु को पसन्द आ जाए वहीं होती हैं बेटियां,
ममता का सम्मान होती हैं ये बेटियां,
संस्कारों की जान होती हैं ये बेटियां,
स्नेह, प्यार, और त्याग की जान होती हैं ये बेटियां,
इन सभी की अकेली पहचान होती हैं ये बेटियां,
कितने भी गुलाब लगा लें, खुशबू तो बेटी से ही है,
ये बेटियां तो हमेशा खिलती हुई कलियां सी हैं,
सदा हर घर को रोशन करती हैं ये बेटियां,
लड़के तो आज हैं पर आने वाला कल हैं यें बेटियां,
मां बाप का हर दर्द समझती हैं ये बेटियां,
अक्सर देखते हैं कि बेटा साथ तक,
और ये बेटियां मां बाप की सांस तक,
एक बेटी ही बहन, बुआ, बहू, भाभी, मां, चाची,
ताई, मामी, दादी, नानी,सास होती है,
अगर बेटियां ही नहीं होंगी तो बहू कहां से लाओगे,
और यदि बहू नहीं आएगी तो वंश कैसे बढ़ाओगे,
बहुत छोटी सोच है कईयों की जो गर्भ में बेटी मारते हैं,
ना जाने वो ये पाप करते डरते क्यों नहीं,
आज बेटियां बेटों से कहीं आगे रहती हैं,
दुनियां में वो कौनसा काम है जहां बेटियां नहीं हैं,
जमीन से आसमान तक हर क्षेत्र में आगे हैं आज बेटियां,
खेलों में भी सम्मान बढ़ा रही हैं आज बेटियां,
“भूप” कहता है आओ बेटी बचाओ, पढ़ाओ, आत्मनिर्भर बनाओ,
बेटियों को हर दिन प्यार और सम्मान दो,
हर बिटिया को मेरा मन से स्नेह और सम्मान,
सदा खुश और हंसती मुस्कुराती रहें सभी बेटियां,