फरीदाबाद। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने डिप्टी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (डीटीपी) कार्यालय सेक्टर-12 में तैनात ड्राइवर इरशाद को एक लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत मकान पर होने वाली तोडफ़ोड़ की कार्रवाई को रोकने की एवज में ली गई थी। आरोपी के खिलाफ एसीबी ने मामला दर्ज कर लिया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो को दी गई शिकायत में पीडि़त राजू ने आरोप लगाया है कि बीते 2 जून को वह सेक्टर 12 स्थित डीटीपी कार्यालय जाकर डीटीपी राहुल सिंगला से मिला था। जहां उसने डीटीपी से मवई गांव में उसके मकान पर तोडफ़ोड़ ना करने की अपील की थी। डीटीपी राहुल सिंगला ने उसको मकान पर कार्रवाई ना करने का आश्वासन दिया।
राजू ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि डीटीपी से मिलने के बाद वह ड्यूटी मजिस्ट्रेट मुसफीक से उनके कार्यालय में जाकर मिला। मुसफीक ने उसको ड्राइवर इरशाद से मिलने के लिए बोल दिया। मुसफीक ने राजू को बोला कि इरशाद उसको सब कुछ समझा देगा। जिसके बाद राजू ड्राइवर इरशाद से मिलकर आ गया।
ड्राइवर इरशाद ने राजू के कर्मचारी रजत का नंबर ले लिया था। जिस पर कॉल करके इरशाद ने मिठाई के कोडवर्ड में रिश्वत की मांग की। यह रिश्वत मकान में तोडफ़ोड़ न करने की एवज में मांगी गई थी। मकान को टूटने से बचाने के लिए राजू रिश्वत की रकम देने के लिए तैयार हो गया।
इसी दौरान राजू को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का नंबर मिल गया। जिसके बाद राजू ने एसीबी से संपर्क कर मामले की शिकायत दी। एसीबी की टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकडऩे के लिए जाल बिछा दिया। जिसके बाद आरोपी इरशाद को पैसे लेने के लिए खेडी रोड भारत कालोनी बुलाया गया। जैसे ही राजू ने आरोपी को पैसे दिए वैसे ही एसीबी की टीम ने इरशाद को मौके से एक लाख रूपए सहित गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो फरीदाबाद की टीम ने धारा 7 पीसी एक्ट, 1988 के तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो तहत इरशाद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एसीबी की टीम इस मामले में दूसरे लोगों के शामिल होने के बारे में जांच कर रही है।