फरीदाबाद। डीसी विक्रम ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में जिला में लिंगानुपात सुधार कार्यक्रम का बेहतर क्रियान्वयन करें। आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं समेत अन्य इस कार्यक्रम से जुड़े विभागों को भी शामिल करें। इस कार्य से जुड़े विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल करके गम्भीरता से कार्य करें। डीसी विक्रम आज बुधवार को जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डीसी विक्रम ने एक एक करके जिला मृत्यु दर और जन्म दर की बारीकी से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि डब्लूएचओ कि हिदायतों के अनुसार जिला फरीदाबाद में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए अधिक से अधिक जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल अगस्त तक इसमें गिरावट आई है। जिले में लिंगानुपात सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग और भी बेहतर कदम उठाने का काम करें। इसके अलावा पीएनडीटी के तहत भी कार्रवाई निरन्तर जारी रखें।
सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता ने बताया कि भ्रूण जांच करने वालों पर नजर रखी जा रही है। कोरोना काल में लिंगानुपात पर प्रभाव पड़ा है। इसके सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में साल 2015 में लिंगानुपात 887 था। उसी साल पानीपत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देकर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने भी काफी प्रयास किया। जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला। साल 2016 में जिला में लिंगानुपात 896 व साल 2017 में 901 पर पहुंच गया। वहीं, साल 2018 में यह आंकड़ा 916 पर पहुंच गया था। वर्तमान में लिंगानुपात 903 है। भ्रूण जांच करने वालों पर टीमें नजर रख रही हैं। अल्ट्रासाउंड केंद्रों की भी जांच की जा रही है। बैठक में एडीसी अपराजिता, एसीपी महेन्द्र वर्मा सहित बैठक से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।