फरीदाबाद। नंगला पार्ट-2 में भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बोर्ड को दबंगों द्वारा उखाडऩे व उसके बाद उनके चित्र पर कालिख पोतने के मामले में शेष बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आज दलित समाज ने थाना सारन पर प्रदर्शन किया। इस मामले में पुलिस ने अभी तक सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार बने हुए हैं। पुलिस विभाग ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीआईए की तीन टीमें लगा रखी है। आज के धरने की अध्यक्षता समाजसेवी अतर सिंह ने की।
धरने में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए समाजसेवी अनिल बाबा ने कहा कि घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी ने होना अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। उनका कहना था कि बड़े से बड़े अपराधी को पुलिस पलक झपकते ही पकड़ लेती है किंतु इन आरोपियों को पुलिस क्यों नहीं पकड़ पा रही है यह पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा और शासन में बैठे लोगों ईमानदारी पर सवालिया निशान खड़े कर रही है। उनका कहना था कि शासन में जुड़े लोग कब तक इन अपराधियों को बचा पाएंगे क्योंकि समाज तब तक पीछे नहीं हटेगा जब तक की शेष बचे आरोपियों की भी गिरफ्तारी नहीं हो जाती है। उनका कहना था कि एसीपी रैंक के अधिकारी आरोपियों की गिरफ्तारी का वादा करते हैं किंतु वादे के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, यह अपने आप में संदेह पैदा कर रही है।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बसपा नेता बिजेंद्र शर्मा ने कहा कि 21वीं सदी में बाबा साहब की चित्र पर कालिख पोतना और उनके बोर्ड को उखाड़ फेंकना यह सिद्ध करता है कि अभी कुछ लोग ऐसी मानसिकता पाले हुए हैं जोकि दलित समाज को आगे बढ़ता देखना नहीं चाहते हैं। उनका कहना था कि घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी ने होना इस बात को सिद्ध करता है कि पुलिस प्रशासन पर कहीं ना कहीं राजनीतिक दबाव बना हुआ है, राजनेता चाहे कितना भी दबाव पुलिस प्रशासन पर आरोपियों की गिरफ्तारी तो पुलिस को करनी ही पड़ेगी और अगर शीघ्र ही शेष बचे आरोपियों के गिरफ्तारी नहीं की गई तो दलित समाज अनुशासित ढंग से ने सिर्फ सडक़ों पर उतरेगा बल्कि आगामी आंदोलन को और भी तेज बनाने की रणनीति तय करेगा। उनका कहना था कि आगामी दिनों में दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुख्यमंत्री, गृहमंत्री तथा डीजीपी से मुलाकात कर उन्हें अपनी चिंता से अवगत कराएंगे।
एडवोकेट धु्रव कुमार ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी तो पुलिस प्रशासन को करनी ही पड़ेगी और जितना जल्दी कर लेंगे उतना ठीक रहेगा, नहीं तो समाज आंदोलन की राह पकड़ेगा।
क्या कहते हैं एसएचओ सारन
थाना सारन के एसएचओ राजेश बागड़ी का कहना है कि आरोपियों के एक रिश्तेदार को हिरासत में ले लिया गया है और शीघ्र ही उसकी गिरफ्तारी डालकर उसे अदालत में पेश किया जाएगा। शेष बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीआईए की तीन टीमें लगा दी गई है शीघ्र ही शेष बचे आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
धरने में रतन पाल सिंह, लक्ष्मण सिंह, अनिल नेताजी, धीरज चौहान, एदल सिंह, संतोष, महावीर सिंह, ओम प्रकाश, राजवीर सिंह व सुशील के अलावा सैकड़ों की तादाद में दलित समाज के युवक में महिलाएं शामिल थी।