फरीदाबाद। निगम कर्मचारियों ने आज लगातार दूसरे दिन भी भोजन अवकाश के समय बीके चौक स्थित निगम मुख्यालय पर विरोध सभा की सभा के बाद कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए निगम आयुक्त कार्यालय पहुंचे। जहां कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की कर्मचारियों ने निगम आयुक्त के प्रतिनिधि अतिरिक्त निगम आयुक्त गौरव अंतिल को आंदोलन का नोटिस सौंपते हुए मांगों का समाधान करने की अपील की अतिरिक्त आयुक्त गौरव अंतिल ने कर्मचारियों की मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया और स्थानीय मांगों के समाधान के लिए जल्द बैठक बुलाने के लिए आश्वस्त किया।
कर्मी नेताओं ने इस अवसर पर निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए कर्मचारियों ने कहा कि जब सरकार ने कर्मचारियों को पक्का करने के आदेश तेल साबुन देने वर्दी देने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम में शामिल किए गए कर्मचारियों का अनुभव दर्ज करने, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को मुख्य सचिव के आदेशों के अनुसार वेतन में बढ़ोतरी करने, कच्चे कर्मचारियों को एलटीसी देने के आदेश दे दिए हैं, तो निगम अधिकारी क्यों देरी कर कर्मचारियों को आंदोलन के लिए उकसा रहे हैं। इस प्रदर्शन की अध्यक्षता नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव नानक चंद खेरालिया ने की तथा मंच का संचालन कृष्ण चिंडालिया ने किया।
प्रदर्शन में नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, राज्य उप महासचिव सुनील चिंडालिया, राज्य उपप्रधान कमला, राज्य सचिव अनूप वाल्मीकि व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव युद्धवीर सिंह खत्री, वरिष्ठ उप प्रधान बलबीर सिंह बालगुहेर, टूरिज्म विभाग के वरिष्ठ नेता कल्लू राम व नपा संघ के जिलाध्यक्ष सुदेश कुमार, महिला राज्य सब कमेटी की नेता सुरेश मुख्य तौर पर उपस्थित रही। सभी नेताओं ने 28 मई को जींद रैली में शामिल होंगें।
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री व उप महासचिव सुनील चिंडालिया ने सरकार को कर्मचारी दलित विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार पालिकाओं एवं अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मांगों के प्रति टरकाउ नीति एवं उदासीन रवैया त्याग कर समाधान करें अन्यथा हरियाणा प्रदेश में एक बार फिर 1996-97 वर्ष जैसी तीखी हड़ताल व्यापकता के साथ संघ करेगा।
आज के प्रदर्शन में अन्य के अलावा कर्मी नेता अनिल चिंडालिया, मनोज शर्मा, रणजीत शुक्ला, देवी चरण शर्मा, रामरतन, चौधरी हरवीर रावत, प्रेमपाल, शक्ति सिंह, श्रीपाल मौर्य, देवेंद्र मंझावली, रघुवीर चौटाला, महेंद्र कुडिया, राकेश चिंडालिया, दर्शन सिंह सोया, महिला नेता सत्तू, ललिता, कमलेश, शकुंतला, ज्ञानवती, राजवती आदि भी शामिल थे।