फरीदाबाद। आजकल के आधुनिक दौर में मैट्रीमोनियल साईट पर अपना जीवन साथी तलाशना बहुत से लोगों का एक माध्यम है। इस तरीके से जीवन साथी को ढूंढना सुगम भी हैं लेकिन अधूरी जानकारी से मैट्रीमोनियल साईट पर जीवन साथी की तलाश लोगों के लिए विपत्ति भी बन जाती हैं। कुछ लोग मैट्रीमोनियल साईट पर झूठे प्रोफाईल बनाकर लोगों को शादी का झूठा झांसा देकर इसकी एवज मे अलग-अलग बहाने बनाकर लोगो से पैंसे ऐंठते हैं। ऐसे ही लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह के 3 सदस्यों को साइबर अपराध थाना सेंट्रल ने गिरफ्तार किया है।
डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी में सिनेवेज एंथोनी ओबियोरा, ओबिन्ना यूजीन ओरलुमा व एक भारतीय आरोपी राहुल नारंग शामिल है। आरोपी सिनेवेज एंथोनी ओबियोरा व ओबिन्ना यूजीन ओरलुमा नाइजीरियन है। सभी आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे। इसी तरह आरोपियो ने मैट्रीमोनियल साईट पर शादी का झांसा देकर फरीदाबाद की निवासी एक महिला से 10 लाख 52 हजार रुपये धोखाधडी से हड़प लिये। पीड़ित महिला की मुलाकात आरोपी आभट वर्मा से भारत मेट्रोमोनियल साइट पर हुई थी। जहां पर आरोपी ने अपने आपको लंदन का रहने वाला बताया। उससे दोस्ती कर ली तथा उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके पश्चात आरोपी ने मिलने के लिए मुंबई आने की बात कही। कुछ समय पश्चात आरोपी लडक़े ने पीड़िता महिला को फोन करके बताया कि 10 जनवरी 2023 को मुंबई इंडिया आपसे मिलने आ रहा हूं। उसके बाद अगले दिन पीड़िता महिला के पास कई अलग-अलग नम्बरों से कस्टम, इन्कम टैक्स, मनी लोन्डरिंग और मनी ट्रान्सफर अधिकारी बनकर फोन आने लगे और फ्रॉडकर्ता ने कहा कि मुझे कस्टम अधिकारियों ने मुंबई एयरपोर्ट पर पकड़ लिया है क्योंकि मेरे पास कुछ ज्वेलरी व लंदन करंसी है, आप जब तक मुझे 5 लाख रूपए नही भेजोगी तब तक मुझे कस्टम, इन्कमटैक्स, मनी लॉन्डरिंग और मनी ट्रान्सफर अधिकारियों द्वारा क्लीयरेंस नही मिलेगा। जो इससे पीड़िता से टुकडो में 10 लाख 52 हज़ार रूपए साइबर ठगों द्वारा ठग लिए। जब महिला को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाना साइबर अपराध मे लिखित दरखास्त दी जिस पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस आयुक्त विकास अरोडा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपियों को जल्द पकडने के निर्देश दिये। जिसके तहत उपरांत डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ के मार्गदर्शन में प्रबंधक थाना साइबर अपराध सतीश कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक नरेश कुमार, वसीम अहमद, महिला प्रधान सिपाही अन्जू, प्रधान सिपाही सन्दीप कुमार, सिपाही लक्ष्मण, सिपाही कर्मवीर, सिपाही परमिन्द्र, सिपाही शमशेर की टीम का गठन किया, तकनीक का प्रयोग करके कडी मेहनत से आरोपियों को साइबर फ्रॉड के मामले में दिल्ली के तिलक विहार एरिया से गिरफ्तार किया है। आरोपियों से एटीएम कार्ड, लैपटॉप, 22 मोबाईल फोन, 58 सिम जिनमें 31 विदेशी सिम व 27 भारतीय सिम व 20500 रूपए नगद बरामद किए गए। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों के फर्जी बैंक खाते में अब तक 70-80 भारतीय महिलाओं के साथ व इसके अलावा डेटिंग एप पर अपना इंटरस्ट दिखाने वाली विदेशी महिलाओं के साथ भी फ्रॉड किया है। जो 04 फर्जी अकाउटों की स्टेटमैंन्टों से 02 माह में करीब 02 करोड के लगभग रूपए का फ्रॉड हुआ है। 04 फर्जी अकाउटों के माध्यम से बिटकोईन में बदलकर नाईजीरिया भेज दिये गए। आरोपियों को पूछताछ के लिए 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था पूछताछ के बाद आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेजा जाएगा।