फरीदाबाद। नेशनल को-कोऑर्डिनेटर युवा कांग्रेस राजेश खटाना एडवोकेट ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ अत्याचार अन्याय होगा तो लीगल सेल सरपंचों व प्रदेश की जनता के हित में उनकी खुल करके लड़ाई लड़ेगी।
हरियाणा की वर्तमान सरकार से प्रदेश की जनता ही नहीं चुने हुए प्रतिनिधि भी खासे परेशान नजर आ रहे हैं ई-टेंडरिंग को लेकर हरियाणा में बवाल मचा हुआ है। पंचकूला में सीएम आवास का घेराव करने जा रहे हैं, सरपंचों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें सैकड़ों से ज्यादा सरपंच घायल हो गए वही पंचकूला पुलिस ने देर रात हजारों सरपंचों के खिलाफ आईपीसी की धारा के तहत मामले भी दर्ज कर लिए सरकार जब डरती है तो अधिकारियों को आगे कर देती है कई दौर की बातचीत के बाद भी सरकार चुने हुए प्रतिनिधियों से भी बातचीत नहीं कर पा रही है, यह बहुत ही शर्मसार करने वाली बात है।कांग्रेस ने हमेशा ग्राम सभाओं को मजबूत बनाने के लिए काम किया है, यह सरकार प्रमुख ग्राम सदन को ही खत्म करना चाहती है। लाठी और गोलियों के दम पर नहीं चलती है सरकार जनता करेगी वोट की चोट कांग्रेस का मानना है कि सरकार अब चुने हुए सरपंचों की आवाज दबाने के लिए सरकारी तंत्र का गैर कानूनी रूप से इस्तेमाल करने में लगी हुई है शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे सरपंचों से बातचीत करने की वजह प्रताडि़त करने में लगी हुई है।
एडवोकेट राजेश खटाना का मानना है कि सरकार को सरपंचों से सीधे बातचीत कर सकती है विरोध करना सरपंचों का संवैधानिक अधिकार है, सरकार उनकी आवाज को दबाने पर तुली हुई है शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने जा रहे सरपंचो पर लाठी चार्ज करना निंदनीय है। सरकार सरपंचों को परेशान कर रही है लेकिन कांग्रेसी लीगल सेल पूरी तरह से सरपंचों की जायज मांगों के साथ है साथ ही साथ पंचकूला में सरपंचों पर लाठीचार्ज का विरोध भी करती है युवा कांग्रेस लीगल सेल सरपंचों के ऊपर दर्ज केसों की जिला अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक नि:शुल्क पेरवी करेगी।