फरीदाबाद। तिगांव में आयोजित श्रीमद भागवत ज्ञान सप्ताह कथा के समापन में बतौर अतिथि सतवीर वर्मा नम्बरदार ने शनि मंदिर में श्री हरी के चरणों में माथा टेका और आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर शनिदेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। इस अवसर पर मंदिर में सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।। इस अवसर पर मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने समाजसेवी सतबीर वर्मा नम्बरदार का पटका एवं पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सतवीर वर्मा नम्बरदार ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सारे संसार को तारने वाले भगवान श्री कृष्ण हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने ही वासुदेव कुटुम्बकम का संदेश दिया था, यानि धरती पर जितने भी जीव हैं, सभी एक समान हैं। यहां, तक कि उसमें पशु, पक्षी व अन्य जीव भी शामिल हैं। भगवान श्री कृष्ण ने यह संदेश दिया है कि इंसान को न्याय की नीति का पालन करना चाहिए और धर्म का पालन करना चाहिए। कहा कि बिना ज्ञान के कुछ भी प्राप्त नहीं होता है और यह ज्ञान हमें गुरु से प्राप्त होता है। इसलिए हमें गुरु की शरण में जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि अध्यात्म में शरणागति चरम और सरल उपाय है। भगवान कृष्ण ने गीता में अर्जुन को कर्मयोग, भक्तियोग, ज्ञानयोग के बारे में बताया लेकिन अर्जुन के समझ नहीं आया लेकिन जब भगवान ने उसे शरणागति के बारे में बताया और उसके मोक्ष की जिम्मेदारी ली, तब अर्जुन ने युद्ध प्रारम्भ किया। नम्बरदार ने बताया कि इस जीवन में हमारा कर्म पर अधिकार है लेकिन फल पर नहीं है, लेकिन जब आप भगवान की शरणागति ले लेते हैं तब आपको कर्म का फल अवश्य ही मिलता है, उसके लिए चिंता नहीं करनी है। इस मौके पर उन्होने कामना की, कि भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद एवं कृपा सब पर बनी रहे। नम्बरदार ने मंदिर कमेटी को सुंदर आयोजन के लिए बधाई दी और इस मौके पर उनके साथ जयकिशन वर्मा, बाबू लाल शर्मा, श्याम सुंदर, बाल किशन, अतर सिंह, पंडित लखन, दया नागर, सचिन वर्मा सहित मंदिर कमेटी के पदाधिकारी मौजूद रहे।