फरीदाबाद। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज 36वें सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हस्तशिल्पियों व कलाकारों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा कि ग्लोबल-इकॉनोमी के मामले में भारत विश्व में सबसे तेज गति से आगे बढऩे वाला देश बन गया है, इसमें कला एवं शिल्पियों का अहम योगदान है। पहले हमारा देश जहां आर्थिक प्रगति के मामले में विश्व में 10 वें स्थान पर था वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब निरंतर तरक्की करते हुए 5वें स्थान पर आ गया है और जल्द ही अव्वल नंबर पर होगा। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार प्रत्येक व्यक्ति को अपनी प्रतिभा को दिखाने का अवसर मिल रहा है।
36वां अन्र्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेला आगामी 19 फरवरी तक चलेगा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री पं.मूलचंद शर्मा, पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली, विधायक सीमा त्रिखा, राजेश नागर व जिला प्रशासन के आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।
सूरजकुण्ड मेले की मुख्य चौपाल पर हस्तशिल्पियों को सम्बोधित करने से पूर्व महामहिम उपराष्ट्रपति ने अपनी धर्मपत्नी डा. सुदेश धनखड़, मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ मेला परिसर का भ्रमण किया व हस्तशिल्पियों से शिल्प कला के बारे में विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने हरियाणा के अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेले की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत को विश्व के मानचित्र पर उज्जवलित करने में इस हस्त शिल्प मेले का अहम योगदान है। उपराष्ट्रपति ने सूरजकुण्ड मेला को देश की विविध संस्कृतियों एवं कलाओं का संगम करार देते हुए कहा कि शघांई.सहयोग.संगठन देशों की इस मेले में भागीदारी एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने भारत के उत्तर.पूर्व राज्यों की सांस्कृतिक महत्ता को देश के लिए गौरवशाली बताते हुए कहा इस मेले में पहुंचे इन राज्यों के कलाकार व शिल्पियों के रौनक से परिपूर्ण चेहरे दर्शा रहे हैं कि हमारे देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश को प्रगति-पथ पर तेजी से अग्रसर किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लागू की गई मुद्रा योजना, हूनरहॉट और हस्तशिल्प योजना से शिल्पकार व कलाकारों को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वन डिस्टिक-वन प्रौडेक्ट के तहत तैयार होने वाले उत्पादों की बिक्री के लिए यूनिटी मॉल कलाकारों के प्रोत्साहन में मील का पत्थर साबित होगा। एक ही स्थान पर कलाकारों द्वारा सभी तरह के उत्पाद उपलब्ध होंगे।
जगदीप धनखड़ ने हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत समृद्ध है और इस विरासत को देश-दुनिया के स्तर पर ले जाने में प्रदेश सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। श्री धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पर्यटन व अन्य क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है। सूरजकुंड मेला को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा दिलाने में मुख्यमंत्री का अहम प्रयास रहा है।
मुख्यमंत्री उप.राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी श्रीमती सुदेश धनखड़ का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह गौरव की बात है कि इस मेले का शुभारंभ उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कर.कमलों से हो रहा है। सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला हमारे देश की विविधता में एकता की कडिय़ों को मजबूत करने के साथ-साथ वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को भी आगे बढ़ाता है।
मनोहर लाल ने कहा कि इस मेले में हर वर्ष एक सहभागी राष्ट्र और एक थीम स्टेट होता है। इस मेले में इस वर्ष संघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन सहभागी राष्ट्र हैं। इस वर्ष मेले में 25 से अधिक देश भाग ले रहे हैं। भारत के 8 उत्तर-पूर्वी राज्य इस मेले के थीम स्टेट हैं। इनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं। ये राज्य एक साथ मिलकर एक ही मंच पर अपनी कला, हस्तशिल्प और व्यंजनों का प्रदर्शन करेंगे।
मनोहर लाल ने कहा कि आज से शुरू होकर यह मेला 19 फरवरी तक चलेगा, जिसमें तीन वीकेंड आएंगे ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोगों को यहां आने का मौका मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश के कलाकारों व शिल्पकारों की कल्पनाओं से सराबोर कलाकृतियों से सुसज्जित इस हस्तशिल्प मेले की छटा देखते ही बनती है। इस तरह के मेले शिल्पकारों को अपनी पसंद व कला के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करते हैं। यह मेला विविधता में एकता लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत का दर्शन कराता है।
उन्होंने कलाकरों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अपनी कलाओं को संजोए रखें और अपनी इस कला को बांटे। क्योंकि आधुनिक काल में भी इन कलाओं को बहुत पसंद किया जाता है।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व अन्य अतिथियों को स्वागत किया।